राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता राष्ट्रभाषा हिन्दी पर कविता
किसी दौलत से नहीं खरीद सकते हम वह खुशियां। किसी दौलत से नहीं खरीद सकते हम वह खुशियां।
नेता देंगे किसानों का साथ इसीलिए, अपने नेता को चुनते हैं किसान। नेता देंगे किसानों का साथ इसीलिए, अपने नेता को चुनते हैं किसान।
यश बढ़ जायेगा जीवन संवर जायेगा और तुम सुखी हो जाओगे।। यश बढ़ जायेगा जीवन संवर जायेगा और तुम सुखी हो जाओगे।।
मां की बांहे बुला रहीं इशारे से अपने लाल को। मां की बांहे बुला रहीं इशारे से अपने लाल को।
मेरे देश की धरती को है मेरा सलाम जितना कहूँ उतना है कम मेरे देश की धरती। मेरे देश की धरती को है मेरा सलाम जितना कहूँ उतना है कम मेरे देश क...